Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण बंगाल में फिलहाल मॉनसून के प्रवेश की कोई संभावना नहीं है। पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली गर्म हवाओं के कारण दक्षिण-पश्चिमी मॉनसूनी बयार की प्रगति थम गई है
कोलकाता। दक्षिण बंगाल में पिछले कुछ दिनों की बिखरी हुई बारिश के बाद अब एक बार फिर भीषण गर्मी और उमस ने दस्तक दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक लोगों को गर्मी और आर्द्रता जनित असहनीय स्थिति का सामना करना पड़ेगा। मंगलवार को स्थिति और भी अधिक खराब होने की संभावना है, जब 'हॉट एंड ह्यूमिड' परिस्थितियों के तहत कोलकाता समेत तटीय जिलों में उमस और बेचैनी चरम पर पहुंचेगी।
अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण बंगाल में फिलहाल मॉनसून के प्रवेश की कोई संभावना नहीं है। पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली गर्म हवाओं के कारण दक्षिण-पश्चिमी मॉनसूनी बयार की प्रगति थम गई है। सामान्यतः 10 जून तक मॉनसून बंगाल में प्रवेश कर जाता है, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग हैं। 29 मई से मॉनसूनी अक्षरेखा बालुरघाट तक आकर अटक गई है और अगले एक सप्ताह तक मौसम में अनुकूल बदलाव की कोई संभावना नहीं दिख रही।
हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर स्थितियां थोड़ी अनुकूल हुईं, तो 12 जून तक मॉनसून दक्षिण बंगाल में प्रवेश कर सकता है। इससे पहले भी मॉनसून केरल पहुंचने के बावजूद बंगाल में देर से पहुंचने की घटनाएं हो चुकी हैं।
इस समय दक्षिण बंगाल के लोग गर्मी और जलवाष्प की दोहरी मार झेल रहे हैं। अगले कुछ दिनों में तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी संभव है। मंगलवार को कोलकाता का अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में आद्र्रता का स्तर 50 से 91 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे गर्मी का असर और ज्यादा महसूस हुआ।
कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर तथा झाड़ग्राम जिलों में विशेष रूप से गर्मी के साथ-साथ भारी उमस बनी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि गुरुवार को कोलकाता, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व बर्धमान, बीरभूम, मुर्शिदाबाद और नदिया जिलों में तेज़ हवाएं चल सकती हैं और हल्की बारिश होने की संभावना भी है। हालांकि यह बारिश बेहद सीमित और क्षणिक होगी, इसलिए इससे विशेष राहत की उम्मीद नहीं की जा रही।
फिलहाल लोगों को गर्मी से बचाव के लिए सावधानी बरतने और खुद को हाइड्रेट रखने की सलाह दी गई है। मॉनसून की प्रतीक्षा में दक्षिण बंगालवासियों को अभी कुछ और दिन झुलसाने वाली गर्मी और उमस से जूझना होगा।